music

Sunday, January 10, 2010

गीत गाता है


तुमको देखते ही मुझे तुम पर प्यार आता है
ना जाने क्यों मुझे बार बार यही खयाल आता है !

ऐसा लगता है जैसे तू मेरी है सिर्फ मेरी
खुदा के द्वार से भी यही पैगाम  आता है !

तू मुझे प्यार करे या ना करे
लेकिन मुझे तो तुझ पर प्यार आता है !

तू मुझसे मिलने आये या ना आये
पर तुझसे मिलकर ही मुझे करार आता है !

पहले तो तू मुझसे मिलने आ जाया करती  थी
लेकिन अब सिर्फ तेरा सलाम आता है !

जो गीत बरसो पहले तेरे होंठो पर आया था
आज कुलदीप सिर्फ वो ही गीत गाता है !

2 comments:

kshama said...

Bahut sundar rachna!

Unknown said...

kkya khu yar ek alg hi soch wao