मुकद्दर ऐसा है
चाहू जिसे वो मिलता नहीं
गर्दिश में है
मेरी किस्मत का सितारा
कोई फूल मेरी बगिया में
खिलता नहीं
टूट जाते है ख्वाब सारे
ख्वाब हकीकत होते नहीं
नसीब मिला है मुझको ऐसा
किसी से दिल मिलता नहीं
ईन्तजार करता है दिल हमेशा
ईन्तजार ख़त्म होता नहीं
कुछ बात तो है
जो हुआ वो बेवफा
यू ही तो कोई
बेवफा होता नहीं
1 comment:
very nice poet.n god bless u my brother ...really me bahut accha h ....keep it up.
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